Characteristics of Cloud Computing in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग की विशेषताएं

Cloud Computing एक ऐसी तकनीक है जिसमें Internet के माध्यम से कंप्यूटिंग सर्विसेज प्रदान की जाती हैं। इन सर्विसेज में डाटा स्टोरेज, सर्वर, डेटाबेस, नेटवर्किंग और सॉफ्टवेयर जैसे कंप्यूटिंग संसाधन शामिल हैं। इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं कि क्लाउड कंप्यूटिंग की प्रमुख विशेषताएं (Characteristics of Cloud Computing in Hindi) क्या है।

Characteristics of Cloud Computing in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग की विशेषताएं

क्लाउड कंप्यूटिंग में कई विशेषताएं होती हैं, नीचे क्लाउड कंप्यूटिंग की मुख्य विशेषताओं के बारे में बताया हैं जानने के लिए लेख में बने रहें।

Characteristics of Cloud Computing in Hindi
Characteristics of Cloud Computing in Hindi

1. ऑन-डिमांड सेल्फ़-सर्विस (On-demand self-services): Cloud computing services का उपयोग करने के लिए आपको किसी human administrators की जरूरत नहीं पड़ती है। बल्कि, आप अपनी आवश्यकताओं के आधार पर, computing resources को स्वयं देखने, provision करने और manage करने के लिए स्वतंत्र होते हैं।

2. रिसोर्सेज पूलिंग (Resource pooling): मौजूदा समय के IT resources (जैसे, server, network, storage, application और services) को कई applications और occupants के बीच uncommitted तरीके से share किया जाता है।

Cloud public providers के द्वारा एक ही समय में अधिक यूज़र्स को accommodate करने के लिए multi-tenant architecture का उपयोग किया जाता हैं। क्योंकि customers का workload हार्डवेयर और underlying software से अलग होता हैं जो एक ही physical resources Host पर Multiple clients को अपनी सर्विसेज प्रदान करता हैं।

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3. वर्चुअलाइजेशन (Virtualization): वर्चुअलाइजेशन तकनीक का उपयोग क्लाउड कंप्यूटिंग प्रोवाइडर्स के द्वारा underlying हार्डवेयर resources को abstract करने और उन्हें अपने उपयोगकर्ताओं के लिए logical resources के रूप में प्रदान करने के लिए किया जाता है। और पढ़ें – क्लाउड कंप्यूटिंग में वर्चुअलाइजेशन क्या है?

4. स्वचालन प्रणाली (Automation): क्लाउड कंप्यूटिंग की सर्विसेज अक्सर अधिक automated होती हैं, जिससे आपको resources के इस्तेमाल की monitoring करने की स्वतंत्रता मिलती हैं। जैसे आपका डेटा सर्वर पर कितना अपलोड है, आप सर्वर का कितना उपयोग कर रहे हैं, आदि।

5. बोर्ड नेटवर्क एक्सेस (Board Network Access): क्लाउड की उपयोगिता का एक बड़ा हिस्सा इसकी सेवाओं को कहीं से भी एक्सेस करना है। इसमें आप इंटरनेट कनेक्शन के साथ कहीं से भी अपना डेटा बहुत आसानी से अपलोड और एक्सेस कर सकते हैं। यह आपको कहीं से भी अपना काम करने में सक्षम बनाता है।

6. Measured service: क्लाउड सेवा उपयोग को मापना cloud provider और उसके client’s दोनों के लिए उपयोगी है। यह clients और resource provider’s दोनों को उपयोग की जाने वाली service’s का लेखा-जोखा प्रदान करता है। यह आमतौर पर बिलिंग की निगरानी और resources के कुशल उपयोग जैसे विभिन्न कारणों से किया जाता है।

7. उपयोगानुसार भुगतान करो (Pay-us-you go): क्लाउड कंप्यूटिंग में आपको केवल उन सेवाओं या स्टोरेज के लिए भुगतान करना पड़ता है जिस तक आपकी पहुंच है यानि जिसका आप उपयोग कर रहें हों। इसके अलावा आपको किसी भी तरह का चार्ज देने की जरूरत नहीं है।

8. रैपिड इलास्टिसिटी (Rapid elasticity): कंप्यूटिंग की सर्विसेज में ऐसे Information technology के resources का होना जरूरी हैं, जो आवश्यकता के आधार पर अपने टास्क को perform करने में सक्षम हो। जब भी आपको इसकी services की जरूरत पड़े यह आपको प्रोवाइड कराए।

9. मल्टी-टेनेंसी (Multi-tenancy): क्लाउड कंप्यूटिंग प्रोवाइडर्स share resources के एक ही सेट पर कई   organizations का support कर सकते हैं।

10. सिक्योरिटी (Security): क्लाउड प्रोवाइडर्स के द्वारा आपको डेटा की सुरक्षा और sensitive information की privacy को secure रखने के लिए security measures में भारी निवेश किया जाता हैं।

11. Flexible pricing models: Cloud provider अपने उपयोगकर्ताओ के लिए different types के pricing models की variety प्रदान करते हैं। जैसे pay-per-use, subscription आधारित, और spot pricing मॉडल शामिल हैं। जिससे उपयोगकर्ताओ को अपनी आवश्यकताओं के आधार पर विकल्प चुनने की स्वतंत्रता मिल जाती हैं।

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Reference: https://www.geeksforgeeks.org/characteristics-of-cloud-computing/

इस पोस्ट Characteristics of Cloud Computing in Hindi (क्लाउड कंप्यूटिंग की विशेषताएं) में हमने क्लाउड कंप्यूटिंग की कुछ प्रमुख विशेषताओं के बारे में आपको जानकारी दी। अगर पोस्ट से सम्बंधित आपके पास कोई सवाल या सुझाव हो तो कृपया कमेंट में जरूर बताएं।

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