क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है विस्तार से समझाइए – What is Cloud Computing in Hindi

इस लेख के माध्यम से आप जानेगें क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है? (cloud computing kya hai), इसके उदाहरण, प्रकार, और विशेषताएं।

Cloud Computing Kya Hai
What is Cloud Computing in Hindi

साधारण शब्दों में Cloud Computing का मतलब है, अपने data को computer hard drive में store करने के बजाये Internet पर स्टोर करना।

जब आप local storage अर्थात हार्ड ड्राइव में डेटा को रखते है, तो उसे आप सिर्फ अपने computer से ही access कर सकते है परन्तु Cloud Computing के संदर्भ में ऐसा नही है।

इंटरनेट पर स्टोर किये गए डेटा या प्रोग्राम को आप कही से भी इस्तेमाल कर सकते है। इसकी कई विशेषताओं के चलते ही आजकल Cloud Computing सबसे लोकप्रिय तकनीकों में से एक है और इसका उपयोग भी तेजी से बड़ रहा है।

हो सकता है जाने-अनजाने आप भी किसी cloud-based application को इस्तेमाल में ले रहे हो। कुल मिलाकर cloud computing धीरे-धीरे हम तक पहुँच रहा है। अगर देखा जाए तो बदलते माहौल में हमे इसकी जरूरत भी है क्योंकि Cloud Computing के कई benefits है।

तो चलिए बिना समय गवाए क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या होता है उदाहरण के साथ समझते है। इसके अलावा हम Cloud Computing के विभिन्न प्रकारों पर भी बात करेंगे। चलिये सबसे पहले जानते है क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है (What is Cloud Computing in Hindi) फिर इसके बाकी पहलुवों पर बात करेंगे।

विषयसूची

क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है – What is Cloud Computing in Hindi?

सरल भाषा मे क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें इंटरनेट के माध्यम से किसी बहुत दूर स्थित सर्वर (remote server) पर डेटा, सर्विसेज और प्रोग्राम को स्टोर, मैनेज और एक्सेस किया जाता हैं।

तकनीकी भाषा में Internet के माध्यम से कंप्यूटिंग सर्विसेज प्रदान करना ही Cloud Computing कहलाता है। इन सर्विसेज में डाटा स्टोरेज, सर्वर, डेटाबेस, नेटवर्किंग और सॉफ्टवेयर जैसे कंप्यूटिंग संसाधन शामिल है।

उदाहरण के लिए अगर data को local storage device जैसे hard disk के बजाय cloud-based storage जैसे Google drive पर store करके access करते है तो उसे क्लाउड कम्प्यूटिंग कहेंगे।

जब हम computer की storage में data store करते है तो इसे access और manage करने के लिए हमे कंप्यूटर पर निर्भर रहना पड़ता है बल्कि इसे उलट cloud computing में हम इंटरनेट के माध्यम से data और resources को कही से भी इस्तेमाल कर सकते है।

Cloud services प्रदान करने वाली companies उपयोगकर्ता की files और applications को remote server पर स्टोर करते है जिसके बाद उपयोगकर्ता उन संसाधनों तक Internet के माध्यम से पहुंच पाते है।

हालांकि cloud computing आपके डेटा को स्टोर करने तक ही सिमित नही है, हम cloud services को तीन श्रेणियों में बांटते है जिसमे – Infrastructure-as-a-service (IaaS), Platform-as-a-service (PaaS) और Software-as-a-service (SaaS) शामिल है। इनके बारे में निचे विस्तार से बताया है।

निम्लिखित उदाहरणों से Cloud Computing को समझिये:

examples of cloud computing in hindi
Examples of Cloud Computing in Hindi
  • Google drive, Dropbox, Gmail और Facebook इत्यादि क्लाउड कम्प्यूटिंग के अच्छे उदाहरण है। ये हमे unlimited storage प्रदान करते है जिस पर हम अपना डेटा स्टोर करने के साथ ही उसे इंटरनेट के माध्यम से access या manage भी कर सकते है।
  • Education के क्षेत्र में भी cloud computing का बखूबी उपयोग होता है। आजकल अधिकतर छात्र E-learning को काफी पसंद कर रहे है जिसमे Byju’s जैसे software आपको teaching resources को online access करने में मदद करते है।
  • सरकारें भी cloud computing का उपयोग करती है। वे cloud-based IT services का उपयोग करके नागरिकों को e-Governance की सेवाएं प्रदान करती है।
  • Messenger application भी क्लाउड कम्प्यूटिंग का एक उदाहरण है। हमारे द्वारा भेजे और प्राप्त किये गए मैसेज को service provider द्वारा cloud space में स्टोर किया जाता है।
  • Salesforce, HubSpot और Adobe marketing cloud भी इसके उदाहरण है। इन्हें business के क्षेत्र में उपयोग किया जाता है जिसके अंतर्गत business resources को manage करना और उन्हें security प्रदान करना शामिल है।
  • Website या application को cloud server में host करने के लिए हम Digital Ocean जैसे क्लाउड सेवा प्रदाताओं के पास से इन सर्वर को खरीदते है। यह भी Cloud Computing का एक उदाहरण है।

उम्मीद है इन उदाहरणों से आप क्लाउड कंप्यूटिंग के अर्थ (meaning of cloud computing in hindi) को विस्तार से समझ गए होंगे। चलिये अब हम Cloud Computing के क्या उपयोग है इस बारे में जानते है।

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Applications of Cloud Computing in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग के अनुप्रयोग

Cloud computing का उपयोग हम सभी अपनी daily life में जाने-अनजाने करते ही है। इसके अलावा Cloud Computing का इस्तेमाल छोटे start-ups से लेकर global corporations तक, government agencies से लेकर non-profit organizations तक हम किसी न किसी रूप में Cloud Computing का इस्तेमाल कर रहे है।

क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रमुख अनुप्रयोग (applications) निम्नलिखित हैं:

ऑनलाइन फाइल स्टोरेज (Online File Storage)

सामान्य यूजर cloud computing का उपयोग अपनी files को remotely hosted system में store, manage और share करने के लिए करते है। Google drive या Dropbox इसके अच्छे उधारण है।

क्लाउड आधारित होस्टिंग (Cloud Hosting)

वो वेबसाइट मालिक जो website host करने और उसे maintain करने के झंझट से बचना चाहते है उनके लिए cloud-based web hosting एक बेहतरीन विकल्प है। cloud hosting provider आपकी वेबसाइट को होस्ट करने के अलावा अपने computing resources भी प्रदान करते है। ये आपकी website को security देते है और उसकी maintenance की भी जिम्मेदारी लेते है।

सॉफ्टवेयर के परीक्षण और विकास के लिए (Software Testing and Development)

किसी software और network की परीक्षण और विकास के लिए में भी cloud computing अच्छी भूमिका निभाता है। Cloud services यह जांचने में मदद करती है कि आपका सॉफ्टवेयर सुचारू रूप से चल रहा है या इसमे कोई त्रुटि तो नही है।

डाटा बैकअप और रिकवरी में (Data Backup and Recovery)

आज भी कई business और organizations अपने data का backup manually किसी storage device में लेते है जबकि यह बहुत प्रभावी नही है। क्लाउड आधारित बैकअप से आप आसानी से अपने डेटा का बैकअप ले सकते है और इस तरह से data recover करना भी आसान होता है।

इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह हमारे डाटा को बिल्कुल सुरक्षित रखता है। यदि हमारा डेटा किसी कारण से खो जाता है तो service provider हमारे डेटा को पुनः प्राप्त करने के लिए अलग-अलग backup recovery applications प्रदान करते हैं।

क्लाउड में डेटा स्टोरेज और बैकअप एप्लिकेशन के बारे में जानने के लिए नीचे दी गई सूची पर एक नजर डालें।

आपको पता ही होगा कि Google G Suite दुनिया के सर्वश्रेष्ठ cloud storage और backup applications में से एक हैं। जिसमें आपको Google+, Docs, calendar, forms hangout तथा साथ ही क्लाउड स्टोरेज और cloud apps को मैनेज करने के लिए tool मिल जाते हैं। Google G Suite का सबसे पॉपुलर ऐप Gmail हैं। जो आपको फ़्री में email services provide करता हैं।

Box.com का उपयोग आप अपनी विभिन्न फाइलों जैसे – Word, Excel और PDF आदि को cloud में स्टोर करके रखने के लिए कर सकते हैं। Box एप्लीकेशन का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि इसमें आप अपनी फाइलों को drag & drop कर सकते हैं।

Joukuu का उपयोग आप अपनी files, folders को search और documents को collaborate करने के लिए कर सकते हैं। क्योंकि यह आपको cloud based backup files को share करने और track करने का सबसे सरल तरीका प्रदान करता हैं।

Mozy आपके personal और business डेटा के लिए powerful online backup सामाधान प्रदान करता हैं। इसकी खास बात यह हैं कि यह प्रत्येक दिन के लिए एक विशिष्ठ समय पर automatically backup लेता हैं।

क्लाउड आधारित डेटाबेस (Cloud Database)

हर व्यवसाय को एक डेटाबेस की जरूरत होती है परन्तु इसके लिए आपका बहुत पैसा खर्च होगा और साथ ही आपको एक विशेषज्ञ की भी आवश्यकता पड़ेगी। इसके विपरीत Cloud database एक बेहतरीन विकल्प है जिसके लिए cloud service provider न केवल आपको support प्रदान करेगा बल्कि डेटाबेस के रखरखाव और संचालन का भी ध्यान रखेगा।

बिग डेटा एनालिटिक्स में (Big data analytics)

बिग डेटा भी data ही है परन्तु एक huge size के साथ। संक्षेप में समझे तो इस तरह के data इतने large और complex होते है कि कोई भी traditional data management tool इसे store या कुशलता से process करने में सक्षम नही होता है। Cloud computing इस तरह के डेटा को store और analysis करने में मदद करता है।

Business में क्लाउड एप्लीकेशन का इस्तेमाल

आज के इस डिजिटल युग मे हर एक organization को अपने business के दायरे को बढ़ाने के लिए cloud business application की जरूरत होती हैं। आपको अपने व्यवसाय को अपने customers के लिए 24*7 उपलब्ध कराने वाले business application का उपयोग करना चाहिए।

क्लाउड कंप्यूटिंग के सर्वश्रेष्ठ बिज़नेस एप्लिकेशन के बारे में जानने के लिए नीचे दी गई सूची पर एक नजर डालें।

PayPal application का उपयोग आप अपने व्यवसाय के online transaction को बड़े ही आसानी से कर सकते है। क्योंकि PayPal अपने यूज़र्स के लिए एक secure Internet account का उपयोग करके सबसे सरल और आसान online payment mode प्रदान करता हैं। पेपैल की सबसे अच्छी विशेषता यह है कि यह क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और पेपैल खाता धारकों से भी भुगतान स्वीकार करने में सक्षम है।

Salesforce एप्लीकेशन E-commerce, marketing, sales, services आदि के लिए tools के साथ-साथ cloud development platform की सुविधा भी प्रदान करता हैं।

QuickBooks आपके business की online accounting करने की सुविधा प्रदान करता हैं। यह application किसी भी समय, कभी भी device पर Run enterprises की terminology पर काम करता हैं। QuickBooks का प्लस पॉइंट यह हैं कि इसका उपयोग आप अपने बिज़नेस में 20 से अधिक employees को एक ही system पर एक साथ work करने के लिए कर सकते हैं।

MailChimp एक E-mail publishing platform हैं। इसका उपयोग आप अपने बिज़नेस की ईमेल की template को design करने, send करने और save आदि करने के लिए कर सकते हैं। MailChimp एक ईमेल पब्लिशिंग प्लेटफॉर्म है जो ईमेल के लिए टेम्प्लेट डिजाइन करने, भेजने और सेव करने के लिए विभिन्न विकल्प प्रदान करता है ।

Chatter का उपयोग आप अपने organization के real time की important information को अपने employees को share करने के लिए कर सकते है।

Education में क्लाउड एप्लीकेशन का उपयोग

आज के इस शिक्षित दुनिया में cloud computing दिन प्रति दिन लोकप्रिय होती जा रही हैं। यह students के लिए विभिन्न distance learning platforms और student information portals प्रदान करता हैं।

Education के Field में क्लाउड का उपयोग करने का फ़ायदा यह है कि यह छात्रों को virtual classroom environments, पहुँच में आसानी, secure data storage, scalability और application के लिए minimum hardware requirements प्रदान करता हैं।

Cloud द्वारा पेश किए जाने वाले एजुकेशन एप्लीकेशन के बारे में जानें।

Education के field में Chromebook गूगल का सबसे important project हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य education के innovation को बढ़ावा देना हैं।

Google Apps education के फ़ील्ड में व्यापक रूप सबसे अधिक उपयोग किया जाता हैं, क्योंकि यह फ़्री में web-based email, calendar, document और सहयोगी अध्ययन की सुविधा प्रदान करता हैं।

AWS क्लाउड यूनिवर्सिटीज, कम्युनिटी कॉलेजों और स्कूलों को एजुकेशन फ्रेंडली environment प्रदान करता हैं।

Google play tablets शिक्षा के फील्ड में यह teachers को class में latest technology को जल्दी से Implement करने और छात्रों को उपलब्ध कराने की सुविधा प्रदान करता हैं।

Management में क्लाउड एप्लीकेशन का उपयोग

Management के field में क्लाउड computing विभिन्न management tools की सुविधा प्रदान करता हैं जो admins को सभी प्रकार की cloud activities को manage करने में हेल्प करता हैं।

जैसे – resource deployment, data integration, disaster recovery. ये management tool प्लेटफॉर्मो, ऍप्लिकेशन्स और बुनियादी ढांचे पर administrative control भी प्रदान करते हैं।

क्लाउड कंप्यूटिंग के सर्वश्रेष्ठ Management Applications के बारे में जानने के लिए नीचे दी गई सूची पर प्रकाश डालें।

GoToMeeting management के फील्ड के लिए Video Conferencing और ऑनलाइन मीटिंग ऐप्स जैसी सुविधाएं प्रदान करता हैं। इस ऐप का उपयोग आप अपने डिवाइस से कहीं भी किसी भी समय अपने business partners के साथ मीटिंग करने के लिए कर सकते हैं।

इसके अलावा आप GoToMeeting ऐप का उपयोग अपने मैनेजमेंट के कार्यों को करने के लिए कर सकते हैं जैसे share की गई स्क्रीन की presentation देखना, होने वाली मीटिंग्स की नोटिफिकेशन प्राप्त करना आदि।

Management के field में आप Toggl का उपयोग किसी project के लिए तय की गयी समय अवधि को track करने के लिए कर सकते है।

आप प्रबंधन के फील्ड में outright एप्लीकेशन का उपयोग accounts के purpose से कर सकते हैं क्योंकि यह real-time के environment में income, expenses, profit और loss को track करने में मदद करता हैं।

Evernote आपको अपने record किए गए notes, type किए गए notes और अन्य notes को एक convenient place पर sync और save करने की अनुमति देता है। यह free और paid versions दोनों के लिए उपलब्ध है।

Art में क्लाउड एप्लीकेशन का उपयोग

Art के क्षेत्र में क्लाउड कंप्यूटिंग attractive cards, booklets, images आदि को जल्दी और सरलता से डिज़ाइन करने के लिए विभिन्न Art Applications को market में launch करता रहता हैं।

उपयोगकर्ताओ द्वारा सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले कुछ महत्त्वपूर्ण क्लाउड आर्ट ऍप्लिकेशन्स के बारे में जानने के लिए नीचे पढ़ें।

Adobe Creative Cloud filmmakers, artists, designers और अन्य creative professionals के लिए विकसित किया गया Apps का एक suite हैं। इस suite में Photoshop, Illustrator, InDesign, Type Kit, Dreamweaver, XD, और Audition आदि शामिल हैं।

Moo के क्लाउड आर्ट ऍप्लिकेशन्स का उपयोग आप अपने business cards, post cards, mini cards को design और print करने के लिए कर सकते हैं।

Vistaprint का उपयोग printed marketing products, को बनाने के लिए किया जाता हैं। उदाहरण के लिए – wedding invitations cards, post cards, booklets, business cards आदि।

Entertainment के क्षेत्र में क्लाउड एप्लीकेशन का इस्तेमाल

क्लाउड कंप्यूटिंग मनोरंजन के क्षेत्र में विभिन्न Entertainment Applications की सुविधा प्रदान करता हैं। कुछ महत्वपूर्ण ऍप्लिकेशन्स के बारे में अधिक जानने के लिए नीचे पढ़ें।

एंटरटेनमेंट की इस दुनिया मे आज video conferencing apps हमें एक दूसरे से जुड़ने का अनुभव प्रदान करते हैं। आप इस cloud-based video conferencing का उपयोग अपने business partners, friends, और relatives से बातचीत करने के लिए कर सकते हैं।

आज, क्लाउड गेमिंग सबसे महत्वपूर्ण इंटरटेनमेंट माध्यमों में से एक बन गया है। यह क्लाउड से दूरस्थ रूप से चलने वाले विभिन्न online game प्रदान करता है। सबसे अच्छी क्लाउड गेमिंग सेवाएं शाओ, GeForce Now, Vortex, Project xCloud और PlayStation Now हैं।

Social Networking में क्लाउड एप्लीकेशन का इस्तेमाल

Social Cloud applications बड़ी संख्या में अपने – अपने यूज़र्स को social networking application जैसे Facebook, Twitter आदि का उपयोग करके एक दूसरे से जुड़ने की अनुमति देते हैं।

Facebook एक social networking website हैं। जो active users को cloud storage system का उपयोग करके file, photo, video, location, अपने friends, relative और business partners को share करने की अनुमति देती है।

ट्विटर एक सोशल नेटवर्किंग साइट है। यह एक माइक्रोब्लॉगिंग सिस्टम है। यह users को high profile celebrities, friends, relatives का अनुसरण करने और news प्राप्त करने की अनुमति देता है। यह short post भेजता और प्राप्त करता है जिन्हें ट्वीट कहा जाता है।

तो, ऊपर आपने cloud computing के applications के बारे में जाना तो चलिए अब प्रमुख क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां के बारे में जानते हैं।

प्रमुख क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां

अमेज़न वेब सर्विसेज (AWS)
माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर (Microsoft Azure)
गूगल क्लाउड प्लेटफार्म (Google Cloud Platform) GCP)
अलीबाबा क्लाउड (Alibaba Cloud)
ओरेकल क्लाउड (Oracle Cloud)
आईबीएम क्लाउड (IBM Cloud)
टेनसेंट क्लाउड ( Tencent Cloud)
ओवीएच क्लाउड (OVH Cloud)
डिजिटल ओसियन ( Digital Ocean)
लिनोड (Linode)

यह भी पढ़ें – क्लाउड कंप्यूटिंग के लाभ

Types of Cloud Computing in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार

Cloud deployment models के आधार पर इसके प्रकार:

1. Public Cloud

  • सार्वजनिक क्लाउड के अंतर्गत SaaS services आती है जिनका deployment globally होता है।
  • इन सेवाओं का आप जितना उपयोग करेंगे उस हिसाब से आपको भुकतान करना होगा।
  • सेवाओं का उपयोग उपयोगकर्ता Internet के माध्यम से कर सकते है।
  • हालांकि उच्च विश्वनीयता, कम लागत, शून्य रखरखाव और on-demand scalability के बावजूद भी इसमें security का खतरा अधिक होता है यानी critical activities के लिए ये suitable नही है।
  • ये सेवाएं सभी उपयोगकर्ता के लिए उपलब्ध होती है।

2. Private Cloud

  • नाम से ही समझ आता है कि यह सार्वजनिक इस्तेमाल के लिए नही है।
  • कोई large company या organization जो अपने स्वयं के data center का निर्माण और प्रबंधन करना चाहती हो वे private cloud services का उपयोग कर सकती है।
  • इसके अंतर्गत कंपनियों को high security, customization, scalability और flexibility में अधिक सुधार मिलता है।
  • परन्तु यह सार्वजनिक क्लाउड की तुलना में अधिक expensive होती है।

3. Hybrid Cloud

  • हाइब्रिड क्लाउड, public और private cloud का मिला जुला रूप है।
  • इसके अंतर्गत अपनी जरूरत के हिसाब से क्लाउड का उपयोग कर सकते है।
  • यानी important application को आप निजी क्लाउड में रख सकते है और secondary application के लिए आप सार्वजनिक क्लाउड का उपयोग कर सकते है।

इसके बारें में और विस्तार से जानें – क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार

Cloud Computing Services के प्रकार

Cloud Services के आधार पर इसके प्रकार:

Infrastructure as a Service (IaaS)

IaaS सबसे बुनयादी क्लाउड सेवाओं की श्रेणी में आता है। ये एक cloud computing model है जहां external cloud provider द्वारा व्यवसायों के लिए virtualized infrastructure की पेशकश और प्रबंधन किया जाता है।

इसके अंतर्गत कंपनियां storage, server, data center space और cloud networking घटकों को Internet के माध्यम से outsource कर सकती है। एक सेवा के रूप में IaaS आपको अपने IT resources पर उच्चतम स्तर का management control और flexibility प्रदान करता है।

Platform as a Service (PaaS)

PaaS, सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन के डेवलपमेंट, टेस्ट, डिलीवरी और मैनेजमेंट के लिए on-demand environment की आपूर्ति को संदर्भित करता है।

एक सेवा के रूप में यह आपको अपने software application को चलाने में लगने वाले resources procurement, capacity planning, software maintenance, patching या किसी अन्य जरूरत की आवश्यकता को पूरा करता है।

PaaS को web या mobile application बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

Software as a Service (SaaS)

SaaS एक pay-per-use model के रूप में यूजर को software application जैसे – E-mail, Adobe और Google G Suite, इत्यादि का इंटरनेट पर उपयोग करने देता है।

यानी आपको किसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने के लिए उसे अपनी डिवाइस में install करने की कोई जरूरत नही है। सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करते हुए आपको उसकी back-end process के बारे में भी सोचने की जरूरत नही होती है।

Evolution of Cloud Computing in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग का विकास

क्लाउड कंप्यूटिंग के विकास से तात्पर्य उसके इतिहास से है कि यह तकनीक कैसे शुरू हुयी और समय के साथ इस तकनीक में कैसे-कैसे बदलाव आये जिसके कारण वह वर्तमान में ऐसी है।

आज क्लाउड कंप्यूटिंग हमें जिस रूप में दिखाई देती है यह पहले ऐसी नहीं थी बल्कि इसके evolution की शुरुवात 1950 में distributed computing से हुयी थी। फिर धीरे-धीरे इसमें डेवेलपमेंट किया गया और तब जाकर 2007 में क्लाउड कंप्यूटिंग अस्तित्व में आया।

निचे क्लाउड कंप्यूटिंग के विकास को विभिन्न प्रकार की कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी से समझाने की कोशिश की गयी है।

1. Distributed computing

यह कई independent systems की एक composition हैं लेकिन उन सभी को users के लिए एक entity के रूप में दर्शाया गया हैं। Distributed systems का उद्देश्य resources को share करना और उनका प्रभावी ढंग से और कुशलता के उपयोग करना हैं।

Distributed Systems में scalability, concurrency, continuous availability, heterogeneity, विफलताओं में स्वतंत्रता जैसी विशेषताएँ शामिल हैं।

लेकिन इस system के साथ main problem यह थी कि सभी systems का एक ही geographic location पर मौजूद होना आवश्यक था।

इस प्रकार इस problem को solve करने के लिए distributed computing ने three types की computing का नेतृत्व किया और वे थे were-Mainframe computing, cluster computing, और grid computing.

2. Mainframe computing

मेनफ़्रेम कंप्यूटिंग को 1951 में विकसित किया गया था। यह highly powerful और reliable computing machines हैं। यह बड़े पैमाने पर Input-output operations जैसे large data को handle के लिए जिम्मेदार हैं।

मेनफ़्रेम कंप्यूटिंग machines का उपयोग आज भी bulk processing task जैसे online transactions आदि के लिए किया जाता हैं। इन systems में high fault tolerance के साथ लगभग कोई downtime नहीं होता हैं।

Distributed computing के बाद, इसमें सिस्टम की processing capabilities में वृद्धि हुई। लेकिन इनकी लागत बहुत अधिक थी, इनकी लागत को घटाने के लिए cluster computing mainframe टेक्नोलॉजी के विकल्प के रूप में सामने आई।

3. Cluster Computing

1980 के दशक में, क्लस्टर कंप्यूटिंग मेनफ़्रेम कंप्यूटिंग के विकल्प के रूप में आई। cluster में प्रत्येक machine high bandwidth वाले network द्वारा एक दूसरे से connected थी, और यह mainframe system की लागत में काफ़ी सस्ते थे, साथ ही जरूरत पड़ने पर cluster में नए nodes जोड़े जा सकते थे।

मेनफ़्रेम के मुकाबले क्लस्टर में लागत बहुत कम थी पर इसमें अभी भी geographical restrictions से सम्बंधित problems थीं। इसे solve करने के लिए grid computing concept की पेशकश की गई थीं।

4. Grid computing

Grid कंप्यूटिंग को 1990 के दशक में पेश किया गया था। Grid computing में, computer का एक network एक ऐसे task को complete करने में सहयोग करता हैं, जिसे complete करने के लिए एक machine की संभावना नहीं होती हैं।

virtual supercomputer के रूप में function करने के लिए उस network को सभी machines को एक ही protocol का पालन करना चाहिए।

इसका मतलब है कि अलग-अलग सिस्टम पूरी तरह से अलग-अलग geographic locations पर रखे गए थे और ये सभी internet के माध्यम से connected थे। ये systems विभिन्न organizations से संबंधित थीं और इस प्रकार grid में odd nodes शामिल थे। हालाँकि इसने कुछ समस्याओं को हल किया लेकिन nodes के बीच की दूरी बढ़ने के साथ नई समस्याएँ सामने आईं।

5. Virtualization

इसे लगभग आज से लगभग 40 साल पहले पेश किया गया था। यह hardware पर एक virtual layer बनाने की process को संदर्भित करता है जो users को hardware पर एक साथ कई उदाहरण चलाने की अनुमति देता है।

यह क्लाउड कंप्यूटिंग में उपयोग की जाने वाली एक key technology है। यह वह आधार है जिस पर प्रमुख क्लाउड services जैसे Amazon EC2, VMware vCloud, आदि काम करती हैं। हार्डवेयर वर्चुअलाइजेशन अभी भी वर्चुअलाइजेशन के सबसे सामान्य प्रकारों में से एक है।

6. Web 2.0

Web 2.0 एक इंटरफ़ेस है जिसके माध्यम से क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विसेज अपने clients के साथ interact करती हैं। यह वेब 2.0 के कारण है कि हमारे पास interactive और dynamic web page हैं। यह web pages के बीच लचीलेपन को बढ़ाता है।

वेब 2.0 के लोकप्रिय उदाहरणों में google maps, Facebook, twitter आदि शामिल हैं। कहने की आवश्यकता नहीं है कि social Media इसी technology के कारण ही संभव है।

7. Service orientation

Service orientation क्लाउड कंप्यूटिंग के लिए एक reference model के रूप में कार्य करता है। यह कम लागत वाले, flexible और evolvable applications को support करता है।

इस कंप्यूटिंग मॉडल में दो important concepts को introduced किया गया था। ये Quality of Service (QoS) थे जिसमें SLA (Service Level Agreement) और software के रूप में service (SaaS) भी शामिल है।

8. Utility computing

यह एक कंप्यूटिंग मॉडल है जो सेवाओं के लिए service provisioning techniques को defines करता है जैसे कि compute services के साथ-साथ अन्य major services जैसे storage, infrastructure इत्यादि जो pay-per-use के आधार पर provisioned हैं।

Advantages of Cloud Computing in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग के लाभ

पैसे की बचत (Cost Saving) – क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग करने पर आपकी cost saving होती है क्योंकि अब आपको costly system या किसी भी अन्य infrastructure पर invest करने की जरूरत नही है।

आपके डेटा की सुरक्षा करना – Cloud computing का सबसे बड़ा लाभ आपके Data की सुरक्षा करना हैं। क्योंकि cloud आपके डेटा की security से संबंधित कई advanced features प्रदान करता हैं और आपके data को सुरक्षित रूप से stored और handled करता हैं।

Backup और data को restore करना – एक बार जब आपका डेटा क्लाउड में stored हो जाता है, तो आप क्लाउड का उपयोग करके अपने stored data को आसानी से restore और उसका back-up प्राप्त कर सकते हैं।

Unlimited storage capacity प्राप्त करना – आप अपने महत्वपूर्ण डेटा (Video, Audio, Images इत्यादि) को एक स्थान पर स्टोर करने के लिए क्लाउड का उपयोग करके बड़ी मात्रा में storage capacity प्राप्त कर सकते हैं।

कम maintenance लागत प्राप्त करना – क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग करके आप अपने organization के लिए hardware और software की maintenance cost दोनों को कम लागत पर प्राप्त कर सकते हैं।

बेहतर सहयोग प्राप्त करना – क्लाउड एप्लीकेशन अपने users के groups को साझा स्टोरेज के माध्यम से क्लाउड में जानकारी को जल्दी और आसानी से साझा करने की अनुमति देकर सहयोग में सुधार करते हैं।

Excellent accessibility प्राप्त करना – क्लाउड का एक और बड़ा फायदा यह है कि आप इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग करके पूरी दुनिया में कहीं भी, कभी भी स्टोर जानकारी को जल्दी और आसानी से एक्सेस कर सकते हैं।

तो उप्पर आपने जाना cloud computing के कुछ महत्वपूर्ण फ़ायदों के बारे में तो चलिए अब इससे होने वाले नुकसान पर प्रकाश ड़ालते हैं।

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Disadvantages of Cloud Computing in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग के नुकसान

सिमित control प्राप्त करना – cloud infrastructure पूरी तरह से सर्विस प्रोवाइडर के स्वामित्व, प्रबंधन की निगरानी में होता हैं। इसलिए क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर के भीतर cloud user’s को function और services के execution पर limited control प्राप्त होता हैं।

IT resources के दूरस्थ सर्वर में होने के कारण cloud computing का उपयोग करने वाले उपयोगकर्ता का software और hardware के कार्यो पर न्यूनतम नियंत्रण होता है।

Security से सम्बंधित समस्याएं – इसमें कोई शक नहीं हैं ,क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर अपने यूज़र्स की important information को store करने के लिए best security standards को implement करते हैं।

इसलिए आपको cloud technology को अपनाने से पहले इस बात का जानकारी होनी चाहिए, कि आप अपने organization की सभी sensitive information को किसी third party, यानी cloud computing service provider को send कर रहे होंगे।

क्लाउड पर data send करते समय इस बात की संभावना होती है कि hackers द्वारा आपके organization की information को hack किया जा सकता हैं।

अपने important data की privacy और security के लिए पूरी तरह से क्लाउड सेवा प्रदाता पर भरोसा करना सही नही है। यही कारण है कि एक reliable service provider को चुनना महत्वपूर्ण है।

Internet कनेक्शन पर निर्भरता – क्लाउड कंप्यूटिंग में हमारा पूरा डेटा जैसे वीडियो, ऑडियो फाइल्स, आदि क्लाउड में स्टोर होता है। अगर हमें अपना डेटा क्लाउड से प्राप्त करना है तो हमें इंटरनेट का इस्तेमाल करना होगा। ऐसे में अगर हमारे पास अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं होगी तो हम अपना डेटा एक्सेस नहीं कर पाएंगे।

Cloud Computing पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर है। ये फायदेमंद होने के साथ ही एक व्यवसाय के लिए लिए नुकसानदेह भी है। cloud service provider की Internet connectivity lost होने पर आपका व्यवसाय उतने समय के लिए ठप हो जाता है।

इंटरनेट पूरी तरह से सुरक्षित नही है इसमे हमेशा cyber attack का खतरा बना ही रहता है इसलिए आपको हमेशा सचेत रहने की जरूरत होती है।

Vendor lock-in – क्लाउड कंप्यूटिंग का सबसे बड़ा disadvantage वेंडर लॉक-इन हैं। क्योंकि organizations को अपनी services को एक vender से दूसरे vender को transfer करने में problems का सामना करना पड़ता हैं।

आपको पता ही होगा कि विभिन्न vender अलग-अलग प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं जिससे एक क्लाउड से दूसरे क्लाउड पर जाने में कठिनाई होती है।

Challenges of Cloud Computing in Hindi – क्लाउड कंप्यूटिंग की चुनोतियाँ

आज के इस डिजिटल युग में क्लाउड कंप्यूटिंग एक उभरती हुईं technology हैं, जिसने data और information management के विभिन्न पहलुओं में कई challenges को जन्म दिया हैं।

क्लाउड कंप्यूटिंग की उभरती चुनौतियों के बारे में जानने के लिए नीचे पढ़ें।

Security और Privacy: जानकारी की security और privacy आज क्लाउड कंप्यूटिंग की सबसे बड़ी चुनौती हैं। इससे निपटने के लिए हम एन्क्रिप्शन, सुरक्षा हार्डवेयर और सुरक्षा एप्लीकेशन को नियोजित करके Security और Privacy के मुद्दों से छुटकारा पा सकते हैं।

Interoperabilityऔर Flexibility: माना आपकी एक organization हैं और आप एक specific could service provider का उपयोग कर रहे हैं, और आप किसी अन्य cloud based solution पर switch करना चाहते हैं, तो इस प्रोसेस को करने में आपको बहुत कठिन परिक्षम की जरूरत पड़ती हैं।

ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि Application stack के साथ एक क्लाउड के लिए write किये गए application को दूसरे क्लाउड के लिए फ़िर से write करने की आवश्यकता होती हैं।

Computing Performance: आपको पता होना चाहिए कि क्लाउड पर डेटा intensive applications के लिए high network bandwidth की आवश्यकता होती है। जिसमें बहुत अधिक cost लगती है, जिसके कारण कम बैंडविथ एप्लिकेशन के desired computing performance को पूरा नहीं कर पाता है।

Cost management: क्लाउड कंप्यूटिंग की दुनिया में, हालांकि लगभग सभी cloud service providers के पास “Pay As You Go” मॉडल होता हैं, जो उपयोग किए जा रहे resources की overall Cost को कम करने के लिए काम करता है, लेकिन cost बढ़ सकती है क्योंकि hidden cost enterprises में कम उपयोग किए गए resources के रूप में प्रकट हो सकती हैं।

इससे निपटने के लिए organizations को नियमित रूप से system का audit करना चाहिए और resources uses monitoring tools लागू करने चाहिए। क्योंकि यह क्लाउड कंप्यूटिंग में budget को manage करने और बड़े challenges से निपटने का सबसे प्रभावी तरीका है।

Network पर पूर्ण निर्भरता: अगर आप एक क्लाउड उपयोगकर्ता होंगे तो आपको पता होगा कि Cloud computing वास्तविक समय में resources के provisioning से सम्बंधित होती है, यह server से भारी मात्रा में data transfer से related है। और यह high-speed network की achievement के कारण ही संभव हुआ है।

हालाँकि इन data और resources का आदान-प्रदान network पर किया जाता है, लेकिन सीमित bandwidth या अचानक आउटेज होने पर यह अत्यधिक असुरक्षित साबित हो सकता है। यहां तक कि जब enterprise अपनी hardware cost में कटौती कर सकते हैं, तब भी उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि internet bandwidth high हो और साथ ही zero network आउटेज हो, अन्यथा इसके परिणामस्वरूप संभावित व्यावसायिक नुकसान हो सकता है।

इसलिए छोटे enterprises के लिए यह एक बड़ी चुनौती है जिन्हें high cost के साथ आने वाली network bandwidth को बनाए रखना होता है।

Cloud Computing में करियर

आज, इंटरनेट की दुनिया में, तकनीकी उद्योग के क्षेत्र में क्लाउड कंप्यूटिंग सबसे तेजी से बढ़ रही है, यह हमें हमारी योग्यता के आधार पर कैरियर के व्यापक अवसर प्रदान करती है और हमें एक अच्छा salary package भी प्रदान करती है।

Top cloud computing career और उनसे मिलने वाली average salary के बारे में जानने के लिए इस लेख में बने रहें।

क्लाउड आर्किटेक्ट organizations के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग से संबंधित समस्या समाधानों को डिजाइन और लागू करते हैं। एक क्लाउड आर्किटेक्ट को मिलने वाला सालाना औसतन वेतन भारतीय रुपयों में 10779173 तक होता हैं।

एक क्लाउड इंजीनियर information technology (IT) के फील्ड का professional होता हैं। जो क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, विस्तार और उसमें सुधार करता हैं। क्लाउड engineers को मिलने वाला सालाना औसतन वेतन Indian rupees में 8836463 तक होता हैं।

क्लाउड सिक्योरिटी इंजीनियर उन security measures को handle करते हैं, जो cloud system के अंदर डेटा की सुरक्षा करते हैं। Cloud security engineer का सालाना औसतन वेतन करीब 9811916 तक होता हैं।

क्लाउड सलाहकार cloud strategies की योजना बनाने और उन्हें लागू करने के लिए customers के साथ कार्य करते हैं। Cloud consultant का औसतन वेतन 9115164 INR प्रति वर्ष होता हैं।

एक डेटा साइंटिस्ट डेटा को निकालने और उसको analysis करने के लिए जिम्मेदार होता हैं। एक data scientist की प्रति वर्ष की औसतन सैलरी 9975858 INR तक होती हैं।

यह software development और deployment processes को स्वचालित करने, work flow को सुव्यवस्थित करने और development और Operation टीमों के बीच सहयोग में सुधार करने के लिए cloud technology का उपयोग करते हैं। एक DevOps इंजीनियर का औसत वेतन लगभग 9344682 INR प्रति वर्ष होता हैं।

फ्रंट-एन्ड डेवलपर web application के user interface को built और उसे maintain करते हैं। इसके अलावा वे application के अच्छे प्रदर्शन और उसे स्केल करने के लिए cloud technology का उपयोग करते हैं। Front-end developer के एक साल की average salary 7459351 INR तक होती हैं।

बैक-एन्ड डेवलपर server-side infrastructure का निर्माण करते हैं। इसके अलावा वे application के अच्छे प्रदर्शन और उसे स्केल करने के लिए cloud technology का उपयोग करते हैं। Back-end developer के एक साल की average salary 8852857 INR तक होती हैं।

यूआई डेवलपर web applications और user interface को built करने में specialize होते हैं। इसके अलावा वे application के अच्छे प्रदर्शन और उसे स्केल करने के लिए cloud technology का उपयोग करते हैं। यूआई डेवलपर की औसतन सैलरी 7131468 INR प्रति वर्ष होती हैं।

फुल-स्टैक डेवलपर वेब ऍप्लिकेशन्स के back-end और front-end components के लिए जिम्मेदार होते हैं। फुल-स्टैक डेवलपर का औसत वेतन लगभग 9262711 प्रति वर्ष है।

Conclusion – निष्कर्ष

इस पोस्ट में आपने जाना क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है (What is Cloud Computing in Hindi) इसकी विशेषताएं और उदाहरण। उम्मीद है, यहां आपको Cloud Computing के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा।

अगर आप एक IT student है या फिर IT resources को ऑनलाइन उपयोग करना चाहते है, तो ये पोस्ट आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। यदि आपका इससे सम्बंधित कोई सवाल या सुझाव हो, तो कृपया नीचे कमेंट में जरूर पूछे।

12 thoughts on “क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है विस्तार से समझाइए – What is Cloud Computing in Hindi”

  1. aapke blog sach me kuchh neya sikhne ko milta hai. So thank you for giving us a knowledgeable information.

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  2. Dear Sir
    Wow! What a comprehensive article, thanks so much for the great advice. I’ve just started what I thought was a niche site about Neuro Linguistic Programming but maybe I didn’t niche down enough.
    Keep up the great work & inspiring
    Regards
    Kumar Abhishek

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  3. क्या एक जानकारीपूर्ण ब्लॉग। इतनी बेहतरीन जानकारी साझा करने के लिए धन्यवाद। उम्मीद है कि भविष्य में आप अधिक जानकारी साझा करेंगे।

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