कंप्यूटर वायरस क्या है और कैसे फैलता है?

कंप्यूटर के बेहतर प्रदर्शन और उसकी सुरक्षा के लिए आपको Computer Virus क्या है? और इससे बचने के उपाय के बारे में जरूर जानना चाहिये। आम भाषा मे Computer Virus को एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक इन्फेक्शन कहा जाता है, जो यदि आपके सिस्टम में किसी तरह से आ जाये, तो यह उसकी परफॉरमेंस स्लो करने से लेकर डाटा लूज़ और सिस्टम क्रैश जैसी कई खतरनाक चीजें आपके सिस्टम के साथ कर सकता है।

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कंप्यूटर अथवा किसी भी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपरकण के लिए यह Virus बेहद खतरनाक होते है। कुछ सबसे खतरनाक Computer Viruses: ILOVEYOU Melissa, My Doom, Sasser और Code Red है। अगर आप अपने कंप्यूटर को इस तरह के वायरस से सुरक्षित रखना चाहते है, तो आपको कई तरह की सावधानियाँ बरतनी होगी। इस पोस्ट में हम आपको बतायेंगे असल मे कंप्यूटर वायरस क्या होते है, और यह किसी सिस्टम को कैसे प्रभावित करते है?

जब हम Computer Security के बारे में बात करते है, तो Virus एक प्रमुख खतरा है। यह अपने आप पैदा नही होते, बल्कि इन्हें प्रोग्रामर द्वारा किसी खास मकसद के लिए बनाया जाता है। एक सिस्टम में Computer Virus कई तरह से आ सकते है, जिसके बाद यह फैलते जाते है, और फिर आपको अपने कंप्यूटर में कई तरह की खामियां दिखाई देने लगती है। तो चलिए अब बिना समय व्यर्थ किये जानते है, कंप्यूटर वायरस क्या होता है? और इससे बचने के लिए हमे क्या करना चाहिये?

कंप्यूटर वायरस क्या है? (What is Computer Virus in Hindi)

कंप्यूटर वायरस एक “Malicious Program” है, जो कंप्यूटर संचालन तरीकों को बदलने और उन्हें नुकसान पहुचाने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। यह अपने कोड को कंप्यूटर में निष्पादित करने के लिए किसी डॉक्यूमेंट अथवा सॉफ्टवेयर प्रोग्राम के साथ संलग्न होकर संचालित होता है ,और धीरे-धीरे आपके कंप्यूटर में फैलता जाता है। एक Computer Virus में अप्रत्याशित और हानिकारक प्रभाव पैदा करने की क्षमता होती है।

आमतौर पर Computer Virus कमजोर सिस्टम को सबसे अधिक इन्फेक्ट करते है। एक बार एंटर हो जाने के बाद यह आपके सिस्टम में स्टोर सॉफ्टवेयर प्रोग्राम और तमाम फाइलों को डैमेज कर सकता है। इसके अलावा यह कंप्यूटर की परफॉरमेंस धीमी करने के साथ ही सिस्टम सॉफ्टवेयर को पूरी तरह काम करने से रोकते है। इन Computer Virus को बनाने का उद्देश्य कमजोर सिस्टम को संक्रमित करना, व्यवस्थापक नियंत्रण हासिल करना, और सवेंदनशील डेटा चोरी करना होता है

मुख्य रूप से Computer Viruses का उपयोग Hackers या Spammers द्वारा यूजर को धोखा देकर उनके कंप्यूटर का एक्सेस प्राप्त करने के लिए जाता है। यह Computer Virus किसी सिस्टम में कई तरह से एंटर कर सकता है। अधिकतर समय यह Emails के माध्यम से होता है; इसके अलावा किसी इन्फेक्टेड वेबसाइट पर जाने, इन्फेक्टेड लिंक पर क्लिक करने, Malicious Software को डाउनलोड करने, या Virus युक्त USB ड्राइव को कंप्यूटर में प्लग करने से भी यह आपके सिस्टम तक पहुँच सकता है।

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कंप्यूटर वायरस के प्रकार – Types of Computer Virus in Hindi

कंप्यूटर सुरक्षा की दृष्टि से नीचे बताये गये Computer Viruses के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए:

1. Web Scripting Virus

Web Scripting Virus, सबसे अधिक प्रचलित है। यह इंटरनेट पर मौजूद किसी वेबसाइट के लिंक, विज्ञापन, इमेज,और वीडियो के साथ सलंग्न रहते है, और यूजर के इन पर क्लिक करने से Malicious Code आपके कंप्यूटर या मोबाइल में पहुँच जाता है; इसके अलावा यह आपको किसी वेबसाइट पर भी भेज सकता है। इस प्रकार के Computer Virus उन वेबसाइटों पर पाये जाते है, जिनका उपयोग सोशल नेटवर्किंग उद्देश्यों के लिए किया जा रहा हो।

उदाहरण के लिए ऐसी वेबसाइट जहां यूजर रिव्यु, वेब मेल, चैट रूम और मैसेज बोर्ड जैसी सुविधाएं उपलब्ध हो। यदि इस केटेगरी का कोई Computer Virus आपके सिस्टम में मौजूद है, तो इसके कई लक्षण आपको दिखाई देंगे, जैसे आपके वेब ब्राउज़र और डेस्कटॉप का बैकग्राउंड अपने आप बदल जायेगा या फिर आपके कंप्यूटर की परफॉरमेंस खराब होने लगेगी, इसके अलावा कई दूसरे लक्षण भी है।

2. Browser Hijacker

यह Computer Virus यूजर की आज्ञा के बिना ही ब्राउज़र की सेटिंग में हेरफेर कर देता है, जिसके बाद आप विभिन्न वेबसाइटों पर पहुँच सकते है। उदाहरण के लिए जब आप ब्राउज़र के एड्रेस बार में कोई URL टाइप करते है, तो Browser Hijacker आपको उस वेबसाइट में ले जाने के बजाय दूसरी इन्फेक्टेड वेबसाइट पर पहुँचा देता है। आमतौर पर इस प्रकार की रणनीति विज्ञापन दिखाकर उससे आय बढ़ाने के लिए की जाती है। इस तरह के Computer Virus से संक्रमित होने पर आपका ब्राउज़र थोड़े-थोड़े समय के बाद आपको विज्ञापन दिखाता रहेगा।

3. Boot Sector Virus

समान्यतः एक संक्रमित डिस्क से कंप्यूटर बूट करने पर यह फैलता है। इस श्रेणी के Computer Virus खासकर फ्लॉपी डिस्क के बूट सेक्टर या हार्ड डिस्क के मास्टर बूट रिकॉर्ड (MBR) को संक्रमित करता है। यह Virus अगर लोड होने के बाद कंप्यूटर में एक्सेस होता है, तो यह अन्य स्टोरेज डिस्क को भी संक्रमित करेगा। हालांकि आज यह Computer Virus अप्रचलित हो चूका है, परन्तु फिर भी यह दूसरे तरीको से सिस्टम तक पहुचने की कोशिश करता है।

4. Direct Action Virus

इस प्रकार के Computer Virus कुछ विशेष फाइलों पर ही हमला करते है। आमतौर पर .com और .exe एक्सटेंशन वाली फाइलें इससे संक्रमित होती है। यह Computer Virus तब तक एक्शन में नही आता जब तक इसकी फाइल पर क्लिक करके उसे ओपन नहीं किया जाता। इस वायरस का काम अपने प्रोग्राम को दोहराना और अन्य फाइलों को संक्रमित करना होता है। हालांकि यह Virus उतना खतरनाक नही है, इसे Computer Antivirus की मदद से हटाया जा सकता है।

5. File Infector Virus

मौजूदा Computer Viruses का एक बड़ा हिस्सा इसी श्रेणी का है। यह एक कंप्यूटर में स्टोर फाइल को आसानी से संक्रमित कर सकता है। जब आपके द्वारा इससे संक्रमित फाइल या प्रोग्राम को चलाया जाता है, तो File Infector Virus सक्रिय हो जाता है। यह आपके सिस्टम को धीमा करने के अलावा अन्य हानिकारक प्रभाव पैदा कर सकता है। इस प्रकार के Computer Virus आपके कंप्यूटर में मौजूद महत्वपूर्ण फाइलों और सॉफ्टवेयर प्रोग्राम के लिए खतरनाक है। ये वायरस संक्रमित कोड को दोहराकर उसे अन्य सॉफ्टवेयर प्रोग्राम पर लागू कर सकता है। सभी फाइलें इस Computer Virus का शिकार हो सकती है।

6. Network Virus

Network Virus, मुख्य रूप से इंटरनेट या स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क (LAN) के माध्यम से फैलता है। इस प्रकार के Virus एक नेटवर्क की परफॉरमेंस को खराब करने की क्षमता रखते है। इसके प्रभाव के कारण नेटवर्क कनेक्शन पूरी तरह से बंद हो जाते है। एक बार Network Virus का संक्रमण फैलने पर सिस्टम का किसी नेटवर्क से कनेक्शन स्थापित करना मुश्किल हो जाता है। ये Virus जिन नेटवर्क प्रोटोकॉल का इस्तेमाल कंप्यूटर को संक्रमित करने व अन्य कंप्यूटरों में फैलने के लिए करते है, उन्हें Worms कहा जाता है।

7. Maltipartite Virus

इस Computer Virus को सबसे तेजी से फैलने वाला वायरस माना जाता है। अधिकांश Virus बूट सेक्टर या प्रोग्राम फाइल्स को इन्फेक्ट करते है, परन्तु यह एक ही समय मे बूट सेक्टर और प्रोग्राम फाइलों दोनों को संक्रमित कर सकता है। इसी कारण यह दूसरे वायरस की तुलना में अधिक नुकसान पहुंचाता है। यह बूट सेक्टर और निष्पादन योग्य फाइलों पर हमला करने के लिए फाइल इन्फेक्टर या बूट इन्फेक्टर का इस्तेमाल करता है।

8. Macro Virus

Macro Virus, उन सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को इन्फेक्ट करते है, जिनमे Macros होते है। यह एक स्वचालित इनपुट अनुक्रम है, जो केस्ट्रॉक या माउस क्रियाओं का अनुकरण करता है। आमतौर पर कीबोर्ड और माउस क्रियाओं की एक दोहराव श्रृंखला को बदलने के लिए इनका उपयोग किया जाता है। यह वर्ड प्रोसेसिंग और स्प्रैडशीट जैसे एप्लीकेशन में आम है।

अगर यह Computer Virus किसी सॉफ्टवेयर को संक्रमित कर दे, तो जब भी आप उस सॉफ्टवेयर को खोलेंगे यह स्वचालित रूप से अपनी क्रियाओं को चालू कर देगा। अब चूँकि यह Computer Virus, सॉफ्टवेयर प्रोग्राम के द्वारा फैलता है, इसीलिये यह किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) को संक्रमित कर सकता है।

9. Encrypted Virus

यह एक ऐसा Computer Virus है, जिसका पता लगाना एक Antivirus के लिए भी काफी मुश्किल होता है। क्योंकि यह वायरस एन्क्रिप्टेड Malicious Code का उपयोग करते है, इसी कारण इन्हें पकड़ना मुश्किल है। अपने कोड को दोहराने के दौरान यह Virus एन्क्रिप्टेड कोड का इस्तेमाल नही करते है, उस समय यह खुद को डिक्रिप्ट करते है, तब इन्हे पकड़ना आसान होता है। हालांकि कंप्यूटर में मौजूद फाइल्स और फोल्डर को इनसे कोई नुकसान नही है; लेकिन यब PC परफॉरमेंस को बुरी तरह प्रभावित करते है।

10. Resident Virus

Resident Virus खुद को RAM मेमोरी में स्टोर करता है और कंप्यूटर में मौजूद अन्य फाइलों और सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को संक्रमित करता है। यह Computer Virus कई तरह से एक सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है।

कंप्यूटर वायरस के लक्षण

आमतौर पर वायरस एक Malicious Software है, जिसे हम Malware कहते है। यह कंप्यूटर से आपकी पर्सनल इनफार्मेशन चुरा सकते है, या आपके सिस्टम को तकनीकी रूप से नुकसान पहुँचा सकते है। कुल मिलाकर यह कंप्यूटर के लिए एक अच्छी चीज नही है। तो सवाल यह है, कि यदि आपके कंप्यूटर में Virus मौजूद हो तो आप कैसे पता करेंगे? जब इस तरह की कोई गड़बड़ होती है, तो सिस्टम खुद हमे संकेत देते है।

नीचे हम आपको ऐसे ही कुछ साइन अथवा लक्षणों (Symptoms) के बारे में बतायेंगे जिससे आप जान सकते है, कि आपके कंप्यूटर वायरस से संक्रमित है, या नही।

स्लो परफॉरमेंस: अक्सर यह RAM या हार्ड डिस्क के कम साइज होने की वजह से भी होता है। परन्तु यदि आपके कंप्यूटर में पर्याप्त स्पेस मौजूद है, तो यह किसी Computer Virus की वजह से भी हो सकता है। अगर आपका PC शुरू होने में अधिक समय ले रहा है, या किसी प्रोग्राम के खुलने में ज्यादा समय लग रहा है, तो आपके कंप्यूटर में Virus होने की सम्भावना है।

विज्ञापनों का अधिक दिखाई देना: कंप्यूटर में लगातार पॉप-अप विज्ञापन की विंडो खुलना किसी Computer Virus के संक्रमण का संकेत हो सकता है। ऐसे किसी भी Popup Ads पर क्लिक नही करना चाहिए। कई बार विज्ञापन में ही यह बताया जाता है, कि आपके कंप्यूटर में वायरस मौजूद है, उसे हटाने के लिए यह एंटीवायरस प्रोग्राम डाउनलोड करे। लेकिन वास्तव में वह वायरस रहित प्रोग्राम होता है।

स्लो इंटरनेट स्पीड: यदि आपकी इंटरनेट स्पीड लगातार कुछ समय से अधिक धीमी हो गयी है, तो आपको यह जांचना चाहिए कि कही यह Computer Virus की वजह से तो नही हो रहा। ऐसी समस्या उन कंप्यूटर उपयोगकर्ता के साथ होती है, जो बिना किसी एंटीवायरस के लगातार इंटरनेट का उपयोग करते है।

एरर मैसेज दिखाई देना: ब्राउज़र इस्तेमाल करने के दौरान यदि आपकी स्क्रीन पर अजीब मैसेज या वार्निंग अलर्ट आने लगे तो इसका मतलब आपका कंप्यूटर किसी Virus से संक्रमित भी हो सकता है। कुछ Computer Virus ऐसे होते है, जो कई दूसरे वायरस के लिए रास्ते खोल देते है।

फाइलों और सॉफ्टवेयर प्रोग्राम का ठीक से कार्य न करना: यदि आप कंप्यूटर में मौजूद किसी फाइल, फोल्डर और प्रोग्राम को ओपन या एडिट नही कर पा रहे है, तो इसका मतलब आपका कंप्यूटर एक खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुका है। कुछ Computer Virus इसलिए क्रिएट किये जाते है, ताकि वह किसी कंप्यूटर में स्टोर डेटा को नुकसान पहुंचा सके।

प्रोग्राम और फाइलों का गायब होना: कुछ Computer Viruses आपके सिस्टम में फैलने के साथ खुद की अवांछित फाइलों की कॉपी बनाते रहते है, जिससे आपकी स्टोरेज का स्पेस कम होने लगता है। इसके साथ ही यह अप्रत्याशित रूप से फाइल्स को कंप्यूटर से गायब कर देते है। यदि आप अपने सिस्टम में कुछ इस तरह की गड़बड़ देख रहे है, तो तुरंत Virus स्कैन करे।

आपके ईमेल खाते से बड़े पैमाने पर ईमेल भेजे जाना: यदि आपके मित्र को आपकी तरफ से अनावश्यक ईमेल प्राप्त होते है, जिसमे किसी फाइल को डाउनलोड करने या लिंक पर क्लिक करने को कहा गया हो, तो इसका मतलब आपका कंप्यूटर वायरस से संक्रमित हो चूका है। जिस कारण वह आपके खाते से अन्य कंप्यूटरों में फैलने का प्रयास कर रहा है।

कंप्यूटर सिस्टम क्रैश करना: अगर आपका सिस्टम अचानक क्रैश हो जाता है, या अटक जाता है। तो इसका कारण Computer Virus भी हो सकता है। यह आपकी हार्ड ड्राइव को नुकसान पँहुचाते है।

कंप्यूटर में वायरस कैसे फैलता है?

ऐसे कई तरीके है, जिनके द्वारा एक कंप्यूटर सिस्टम किसी Virus से संक्रमित हो सकता है। नीचे आपको कुछ ऐसे मुख्य तरीको के बारे में बताया गया है, जिनसे Computer Virus किसी सिस्टम में प्रवेश कर सकता है:

  • ब्राउज़र इस्तेमाल करते समय कभी-कभी हमारी स्क्रीन पर विज्ञापन दिखाई देने लगते है, जिसमे लिखा होता है: “Your Computer is Infected” और इसे ठीक करने के लिए यह एंटीवायरस प्रोग्राम इनस्टॉल करे। यदि आप उस पर क्लिक करके उसे अपने सिस्टम में जगह दे दें, तो इस तरह से आपके कंप्यूटर पर Virus आ सकता है।
  • किसी सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल करने के दौरान वह आपसे कई तरह की अनुमति (Permission) मांगता है। यदि आप बिना पढ़े उन्हें स्वीकार (Allow) करते है, तो हो सकता है, कि आप अनजाने में उन्हें अपने सिस्टम का एक्सेस दे दें।
  • अगर आप किसी Third-Party Apps को इनस्टॉल करते है, तो ऐसी संभावना रहती है, कि आपके सिस्टम में किसी तरह का Computer Virus प्रवेश कर जाए।
  • ऐसी ईमेल प्राप्त करना जिसकी आप अपेक्षा नहीं कर रहे थे। जब आप ऐसी ईमेल में दिए लिंक या संलग्न फाइल पर क्लिक करते है, तो Malicious Code आपके कंप्यूटर में फैल जाता है।
  • संक्रमित हार्ड डिस्क, CD, DVD और USB ड्राइव को कंप्यूटर में प्लग करने पर भी Virus आपके सिस्टम में प्रवेश कर सकता है।
  • कई बार हम अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और बाकी सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को अपडेट नही करते है, जिसकी वजह से उनमे खामियां आने लगती है और Computer Virus के लिए हमारे सिस्टम में प्रवेश करना आसान हो जाता है।
  • अगर आप Pirated Windows और Software का इस्तेमाल करते है, तो यह आपके कंप्यूटर की सुरक्षा के लिए एक खतरा बना रहता है।
  • एंटीवायरस के बिना लगातार इंटरनेट इस्तेमाल करने से भी सिस्टम में Computer Virus के प्रवेश करने की संभावना बढ़ जाती है।

Computer Virus से बचने के उपाय

आज के आधुनिक युग मे अधिकांश लोग कंप्यूटर और इंटरनेट का उपयोग करते है। इसमे कोई दोहराई नही है, कि टेक्नोलॉजी ने मनुष्यो की जिंदगी को बहुत आसान बना दिया है। परन्तु ज्यादातर लोग इससे होने वाले खतरों से अवगत नही है। Computer Virus और दूसरे प्रकार के Malware उन खतरों को पैदा करने का काम करते है। यह आपकी सिक्योरिटी को नुकसान पहुंचा सकते है। कोई भी व्यक्ति जो इंटरनेट का इस्तेमाल करता है, उसे इनसे बचने के उपायों के बारे में जरूर जानकारी होनी चाहिए।

नीचे बताये तरीको का अनुसरण करने पर आप इन Computer Viruses से बच सकते है:

  • एक प्रीमियम एंटीवायरस का इस्तेमाल करे। अगर आप रोजाना अपने PC में इंटरनेट का इस्तेमाल करते है, तो आपको इसकी खास जरूरत है।
  • विश्वसनीय वेबसाइट से ही थर्ड-पार्टी एप्लीकेशन को डाउनलोड करे। ऐसी वेबसाइटों के इस्तेमाल से बचें जो तरह -तरह के ऑफर दे रही हो।
  • अपने सिस्टम को अपडेट रखे। सभी ऑपरेटिंग सिस्टम समय-समय पर नया अपडेट लाते रहते है, जिसमे पिछले अपडेट की खामियां को हटाया जाता है।
  • Computer Virus से बचने का एक बेहतरीन तरीका यह है, कि आप Malicious Program को अच्छे से समझ ले। यह कैसे दिखते है, और किस तरह से फैलते है।
  • ईमेल अटैचमेंट से सावधान रहें। अनावश्यक ईमेल में दिए लिंक या संलग्न फाइल पर क्लिक न करें। अगर चाहे तो पहले उस ईमेल को एंटीवायरस की मदद से स्कैन कर ले।
  • संदिग्ध वेबसाइट पर जाने से बचे। आजकल हम हर तरह की जानकारी प्राप्त करने के लिए सर्च इंजन का इस्तेमाल करते है, इसीलिये किसी भी वेबसाइट पर जाने से पहले देखे क्या वह विश्वसनीय है।
  • कंप्यूटर में पेन ड्राइव या एक्सटरनल हार्ड डिस्क को जोड़ने से पहले यह ध्यान रखे कि आपके पास एक अच्छा एंटीवायरस उपलब्ध हो, अन्यथा संक्रमित ड्राइव आपके सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती है।
  • अगर आपके कंप्यूटर पर संवेदनशील डेटा स्टोर है, तो उसका बैकअप जरूर रख ले, कोई भी एंटीवायरस आपको सौ प्रतिशत सुरक्षा नही देता है।
  • Malware Scanner का प्रयोग करे। यह एंटीवायरस प्रोग्राम से भिन्न है, जो किसी भी तरह के मैलवेयर को पकड़ने की हैसियत रखता है।
  • फाइल शेयरिंग करते समय सावधानियां बरते। हम बिना सोचे समझे किसी भी डिवाइस से डेटा रिसीव करते है। ऐसा करने से संक्रमित फाइल हमारे कंप्यूटर में एंटर कर सकती है।

कंप्यूटर से वायरस कैसे निकाले

कंप्यूटर को पूरी तरह से वायरस मुक्त बनाने के लिए सबसे पहले आपको अपने सिस्टम को स्कैन करना होगा। इससे आपको पता चल पाएगा कि आपका सिस्टम वायरस से संक्रमित है या नहीं। याद रखिये एक आसान Virus Scan से काम नही चलेगा, आपको किसी अच्छे Antivirus का इस्तेमाल करना होगा। यदि आप किसी फ्री एंटीवायरस का उपयोग अपने PC में करते है, तो यह उसकी सिक्योरिटी को बेहतर करने के बजाए और खराब कर सकता है।

नीचे दस ऐसे Antivirus की सूची दी गयी है, जिन्हें आप इस्तेमाल कर सकते है:

  1. Quick Heal Total Security
  2. McAfee Total Protection
  3. Kaspersky Internet Security
  4. Bitdefender Antivirus Plus
  5. Avast Premier
  6. Norton Security Standard
  7. Guardian Total Security
  8. AVG Ultimate
  9. K7 Total Security
  10. Webroot SecureAnywhere

संक्षेप में

इस लेख के माध्यम से आपने जाना Computer Virus क्या है? और इससे बचने के उपाय। इसके अंतर्गत हमने आपके साथ इससे सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी सांझा की है। उम्मीद है, आपको यह पोस्ट पढ़ कर अपने सवालों का जवाब मिल चुका होगा। यदि फिर भी किसी तरह का सवाल या सुझाव हो तो कृपया नीचे कमेंट कर हमें जरूर बताये।

अंत में पोस्ट ज्ञानवर्धक लगी हो तो कृपया इसे Social Media पर Share जरूर करे, ताकि आपके माध्यम से अन्य लोगों तक यह जानकारी पहुंच पाए।

9 thoughts on “कंप्यूटर वायरस क्या है और कैसे फैलता है?”

  1. Bhai mera leptop shi se kam nhi kar rha h uski btan kabhi kam kar rahi h kabhi nhi…bhut hang bhi ho rha h ..file bhi bhut let open ho rhi h… Type vale option pe jate hi apne aap kuchh bhi type ho rha ..kahi isme virus to nahi aagaya h agar ha to isse kaise shi kru please help

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    • Pritee, आप अपने लैपटॉप की System Information को चेक करें, अगर आपके पास पर्याप्त नहीं स्टोरेज है, तो ऐसा अक्सर होता है। इसके लिए आपको लैपटॉप में स्टोरेज का स्पेस बढ़ाना होगा। परन्तु अगर आपके पास पर्याप्त स्टोरेज है और फिर भी ऐसा हो रहा है, तो आप किसी एंटीवायरस को लैपटॉप में इनस्टॉल कीजिये। या हो सकता है आपके कीबोर्ड में कोई समस्या हो तो किसी Technician को अपना लैपटॉप दिखाए।

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  2. The information given by you is very good and informative and the way you write is also good. Thank you for the information.

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  3. jis prakar aap ek acha article ham logo ke provie kiya hai.yah ham logo ke liye helpful hai aur iske sath-sath aapke website design bahut acha hai.aise article share karne ke liye aapka sahi dil se dhanyawad.

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