High-Level Language क्या है, इसके उदाहरण

पोस्ट में हम डिटेल में जानेंगे, उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा क्या होती है – High-level Language in Hindi.

High-level language in hindi

जैसा हम जानते है, प्रोग्रामिंग भाषाओं का उपयोग कंप्यूटर को निर्देश प्रदान करने के लिये किया जाता है। इन्हीं निर्देशों की मदद से आप किसी कंप्यूटर या मशीन को नियंत्रित कर पाते है या उनसे कोई विशेष टास्क परफॉर्म करवाते है।

आज विभिन्न प्रकार की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज उपलब्ध है। हालांकि इन भाषाओं की अपनी विशेषताएं है, और प्रत्येक भाषा के अपने फायदे और नुकसान है। High-level programming language इनमें सबसे मुख्य प्रकार है, और आगे आप इसी के बारे में डिटेल में जानेंगे।

What is High-Level Language in Hindi – उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा क्या है?

हाई लेवल लैंग्वेज एक ऐसी प्रोग्रामिंग भाषा है जिससे की कंप्यूटर प्रोग्राम्स काफी सरलता से लिखे जा सकते हैं। ये एक ऐसी तरह की भाषा होती है जिसकी एक निर्धारित Syntax होती है।

इसके साथ -साथ High-level language को किसी इंसान द्वारा भी आसानी से पढ़ा तथा समझा जा सकता है। अलग-अलग तरह के High-level languages अलग-अलग तरह के Syntax का use करती है।

High-level language में लिखे गए प्रोग्राम्स को चलाने के लिए Compiler का प्रयोग किया जाता है जो की इन High-level language के कोड्स को Low-level programming language और Machine-level language में कन्वर्ट कर देता है और उसके बाद CPU इन्हें आसानी से execute कर सकता है।

कुछ Scripting languages जैसे की PHP और Perl को चलाने के लिए Interpreter की जरुरत होती है जो की इन High-level language codes को Low-level language में परिवर्तित कर देती है।

इस कंप्यूटर भाषा का प्रयोग सबसे पहले 1950 के दशक में किया गया था तबसे लेकर High-level language का प्रयोग पूरी दुनिया में व्यापक रूप से फैला है।

आज High-level languages का प्रयोग काफी सारी technologies में होने लगा है, जैसे की Web Development, App Development, Artificial Intelligence, Machine Learning, आदि।

High-Level Language Examples – हाई लेवल लैंग्वेज के उदाहरण

आज की दुनिया में विभिन्न High-level languages का निर्माण हो चुका है जो की अपने लिए अलग-अलग तरह के Syntax का इस्तेमाल करती हैं। इसके साथ ही हर High-level language का प्रयोग भी अलग-अलग तरह के काम के लिए होता है।

कुछ प्रसिद्ध High-level language के उदाहरण इस प्रकार हैं — C, C++, C#, JAVA, Python, COBOL, PHP, JAVASCRIPT, RUBY, BASIC, आदि। आज हम इनमें से कुछ के बारे में थोड़ा विस्तार से जानेंगे।

  • Python: यह एक Interpreted तथा High-level programming language है। इसके साथ साथ ही यह एक Object oriented programming की श्रेणी में भी आता है। आजकल की दुनिया में Python को सबसे लोकप्रिय Programming language माना जाता है। इसका मुख्य कारण यह भी है की आजकल की सारी new technologies में Python का उपयोग व्यापक रूप से हो रहा है जैसे की Machine Learning, Artificial Intelligence, Data Science, Web Development, इत्यादि। Python में विभिन्न तरह की libraries का use किया जाता है जो की प्रोग्रामर्स का काम और आसान बना देती है।
  • Java: Python की तरह ही JAVA भी एक काफी लोकप्रिय High-level programming language है। JAVA का निर्माण वर्ष 1995 में Sun-Micro System ने किया था। JAVA भी एक तरह की Object oriented programming है। सामान्य तौर पर JAVA को General Purpose Language भी कहा जाता है क्योंकि इसका इस्तेमाल सामान्य रूप से Software तथा Applications बनाने के लिए किया जाता है। JAVA की एक ख़ास बात यह है की ये एक Platform independent language है। इसका मतलब यह है की JAVA में लिखे code को आप किसी भी दूसरे operating system की devices में भी चला सकते हो।
  • JavaScript: नाम भले ही JAVA से मिलता-जुलता लगता हो लेकिन हम आपको ये बता देना की चाहते हैं की वास्तव में ये दोनों language एक दूसरे से काफी अलग हैं JavaScript एक तरह की Scripting Language होती है जिसका इस्तेमाल वेब ब्राउज़र में HTML तथा CSS के साथ किया जाता है। JavaScript का उपयोग एक वेबसाइट में काफी तरह की functionalities ऐड करने के लिए भी किया जाता है। JavaScript के कुछ प्रमुख frameworks भी हैं जैसे Node Js, Vue Js, React Js, Angular Js इत्यादि।
  • C#: इसे आमतौर पर C Sharp भी कहा जाता है। C# को वर्ष 2002 में Microsoft के द्वारा निर्मित किया गया था। सर्वप्रथम C# को Microsoft .NET Framework के साथ launch किया गया था। C# भी एक तरह की High-level programming language ही है। C# का Syntax काफी हद तक C के जैसा ही है, लेकिन C# भी एक Object oriented language की श्रेणी में आता है। इसके अलावा भी C# और C में काफी सारे अंतर हैं । C# के code को चलाने के लिए Microsoft के .NET framework का उपयोग किया जाता है।
  • C++: यह एक ऐसी प्रोग्रामिंग है जो की C language का ही एक updated version है। हालाँकि C की कई सारी खूबियाँ होने के साथ-साथ इसमें Object oriented programming का भी सपोर्ट है जो की इसे C से काफी अलग बनाता है। आपको यह जानकार हैरानी होगी की C++ का इस्तेमाल High-level language के साथ- साथ एक Low-level programming language के तौर पर भी किया जाता है। इसका उपयोग कई तरह के Software तथा Games बनाने के लिए भी व्यापक रूप से किया जाता है।
  • Visual Basic: यह भी एक High-level language है जो की Microsoft Corporation के द्वारा निर्मित है। यह BASIC लैंग्वेज का ही एक upgrade version है। BASIC की कई सारी खूबियां होने के साथ ही यह Object oriented programming को भी सपोर्ट करता है। इसका इस्तेमाल मुख्यतः GUI applications तथा Software बनाने में किया जाता है। 
  • PHP: इसका फुल-फॉर्म होता है Hypertext Processor. इसका उपयोग भी मुख्यतः Web Development में किया जाता है। PHP भी एक तरह की Scripting language है जो की Web servers में इस्तेमाल किया जाता है। PHP का निर्माण सर्वप्रथम Rasmus Lerdorf  ने वर्ष 1994 में किया था। इसके बाद से इसमें कई तरह के सुधार किये जा चुके हैं। PHP का आउटपुट एक Web browser में HTML page के रूप में display होता है।
  • Ruby: यह एक तरह की Object oriented, High-level language है। Ruby का निर्माण 1990 में जापान में किया गया था। Ruby की खासियत यह है की यह एक ऐसी भाषा है जो की Object oriented होने के साथ-साथ एक Scripting language के रूप में भी इस्तेमाल की जा सकती है।
  • Perl: यह भी एक Programming language है जिसे मूल रूप से Scripts को manipulate करने के लिए बनाया गया था। आजकल Perl का इस्तेमाल मुख्य रूप से Web Development, GUI applications इत्यादि में किया जाता है। Perl को एक Cross platform programming language भी कहा जाता है। Perl में लिखे code को रन करने के लिए एक Interpreter की जरूरत पड़ती है। Perl programming language में लिखे गए प्रोग्राम्स को आमतौर पर Perl scripts कहा जाता है।
  • COBOL: इसका full -form होता है, Common Business Oriented Language. COBOL का निर्माण वर्ष 1959 में CODASYL के द्वारा किया गया था। जैसा की COBOL के नाम से पता चलता है, इसका निर्माण मूल रूप से business आधारित problems का solution निकालने के लिए किया गया था। इसका उपयोग आमतौर पर businesses के लिए Application Software बनाने के लिए ही किया जाता है।
  • PASCAL: इसका निर्माण Switzerland में वर्ष 1971 में professor Nicklaus Writh ने किया था। Pascal का नामकरण Blaise Pascal के नाम पर किया गया था जो की कंप्यूटर जगत के जनक भी कहे जाते हैं। PASCAL एक ऐसी High-level Programming Language है जिसका इस्तेमाल नए trainees को programming के बेसिक concepts समझाने के लिए भी किया जाता है इसलिए यह एक Educational language भी है।

हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की विशेषता

High-level language, Low level language की तुलना में काफी आसान तथा इंसानों के समझने योग्य Programming language है। इन कंप्यूटर भाषाओ में प्रोग्राम लिखना प्रोग्रामर्स के लिए भी काफी आसान होता है।

High Level Language में लिखे प्रोग्राम पढ़ कर समझने में भी काफी सरल होते हैं। आधुनिक technology में भी इन कंप्यूटर भाषाओ का प्रयोग काफी व्यापक स्तर पर हो रहा है।

App Development, Data Science, Machine Learning, Artificial Intelligence तथा अन्य काफी सारे ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ पर High-level programming का इस्तेमाल काफी बड़े स्तर पर हो रहा है।

हाई लेवल लैंग्वेज के लाभ और हानि

 हाई लेवल लैंग्वेज के लाभ और हानि निम्नलिखित है:-

लाभ (Advantages) हानि (Disadvantages)
High-level language के प्रोग्राम में अंग्रेजी भाषा के अक्षर, सिंबल और नंबर का प्रयोग होता है जिसके कारण ये पढ़ने तथा समझने में काफी आसान होते हैं।इस प्रोग्रामिंग भाषा में लिखे गए कोड को पहले Compiler या Interpreter के द्वारा Low-level language में कन्वर्ट किया जाता है, इसके बाद ही वह प्रोग्राम execute हो पाता है। इस प्रक्रिया के कारण program execution में काफी समय बर्बाद होता है।
इस प्रोग्रामिंग भाषा में लिखे प्रोग्राम किसी भी specific मशीन पर निर्भर नहीं होते हैं इसलिए एक मशीन पर High-level language में लिखा गया कोड किसी दूसरे मशीन पर भी आसानी से execute हो सकता है। इसमें लिखे गए कोड को execute होने के लिए ज्यादा Memory space की आवश्यकता होती है।
High Level Language की मदद से Low Level Language की तुलना में बेहतर GUI applications बनाये जा सकते हैं।इस लैंग्वेज में लिखे गए प्रोग्राम सीधे तौर पर कंप्यूटर हार्डवेयर के साथ interaction नहीं कर सकते हैं इसलिए हम इसकी मदद से Operating system तथा Device driver जैसे Software नहीं बना सकते हैं।

इस आर्टिकल में हमने आपको High-level language के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको ये पता चल गया होगा की आखिर हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या होती है (High-Level Language in Hindi) और कौनसी है? हमें उम्मीद है की आपको ये आर्टिकल काफी पसंद आया होगा। ऐसे ही और रोचक आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारे वेबसाइट पर बने रहें।

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