बीए क्या है? BA Course Details in Hindi

BA Kya Hai in Hindi

BA की फुल फॉर्म “Bachelor of Arts” है। यह 3 साल का अंडरग्रेजुएट (UG) कोर्स होता है। खासकर आर्ट्स स्टूडेंट्स के बीच यह डिग्री कोर्स काफी लोकप्रिय है; हालांकि साइंस और कॉमर्स के स्टूडेंट भी अपनी 12th क्लास पास करने के बाद BA में एडमिशन प्राप्त कर सकते है। BA कोर्स की पढ़ाई फुल-टाइम के अलावा पार्ट-टाइम मोड से भी की जा सकती है।

BA में एडमिशन आमतौर पर मेरिट के आधार पर होता है। हालांकि कई कॉलेज इसके लिए एंट्रेन्स एग्जाम भी करवाते है। BA कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स आगे की पढ़ाई के लिए MA, MBA, LLB, BEd, और PG Diploma जैसे कोर्स कर सकते है। इसके अलावा वे तमाम गवर्नमेंट एग्जाम की तैयारी भी कर सकते है।

बैचलर ऑफ आर्ट्स कर रहे छात्रों को 1st-ईयर व 2nd-ईयर में कुल तीन सब्जेक्ट्स पढ़ने होते है, और 3rd-ईयर (फाइनल ईयर) में कुल दो सब्जेक्ट्स की पढ़ाई करनी होती है। इसके अलावा तीन सालों में किसी एक साल पर्यावरण अध्ययन का पेपर देना होता है। हालांकि जिस कॉलेज से आप BA कोर्स कर रहे है, वहाँ आपको इससे अधिक सब्जेक्ट्स भी पढ़ने पढ़ सकते है, क्योंकि विभिन्न कॉलेजों का कोर्स स्ट्रक्चर थोड़ा अलग हो सकता है।

BA कोर्स में ऑफर किये जाने वाले प्रमुख सब्जेक्ट्स निम्नलिखित है, इनमें से स्टूडेंट्स अपनी रूचि के अनुसार मुख्य तीन सब्जेक्ट चुन सकते है:

  • हिंदी साहित्य (Hindi Literature)
  • अंग्रेजी साहित्य (English Literature)
  • इतिहास (History)
  • भूगोल (Geography)
  • समाजशास्त्र (Sociology)
  • राजनीति शास्त्र (Political Science)
  • मनोविज्ञान (Psychology)
  • अर्थशास्त्र (Economics)
  • दर्शनशास्त्र (Philosophy)
  • मानवशास्त्र (Anthropology)
  • ग्रहविज्ञान (Home Science)
  • पुरातत्वशास्त्र (Archaeology)
  • सामान्य हिंदी (General Hindi)
  • सामान्य अंग्रेजी (General English)
  • पर्यावरण अध्ययन (Environmental Studies)
  • मॉर्डन इंडियन लैंग्वेज (संस्कृत, तमिल, मराठी, तेलगु, पंजाबी, उर्दू, बंगाली इत्यादि।)

कई उच्च-स्तरीय कॉलेज/यूनिवर्सिटी द्वारा एक अलग कोर्स भी ऑफर किया जाता है, जिसे BA (Hons) कहते है। इसके अंतर्गत स्टूडेंट्स को तीनों साल उप्पर बताये किसी एक सब्जेक्ट्स की पढ़ाई करनी होती है। अगर कोई छात्र चाहता है, कि वह किसी एक आर्ट्स सब्जेक्ट में विशेषज्ञता (स्पेशलाइजेशन) प्राप्त करे, तो वह BA (Hons) की पढ़ाई कर सकता है। इस कोर्स की पढ़ाई BA (Pass) के मुकाबले काफी कठिन मानी जाती है।

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BA करने से क्या फायदा है?

आमतौर पर BA को अन्य बैचलर्स डिग्री के मुकाबले सबसे आसान माना जाता है। लेकिन इसका मतलब ये नही हुआ कि इसकी कोई मान्यता नही है। बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त करने के कई फायदे है। एक BA ग्रेजुएट व्यक्ति के पास विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाने के विकल्प मौजूद होते है। BA कोर्स करने के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित है:

1. बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त कर लेने के बाद छात्र इस क्षेत्र में मास्टर करने के लिए मास्टर डिग्री और कई अन्य Post Graduation (PG) कोर्स कर सकते है।

2. एक BA ग्रेजुएट देश भर में होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं ― UPSC, SSC, IBPS, RRB, NDA, NA, etc. की तैयारी करने के योग्य हो जाता है।

3. अच्छी सैलरी पर काम करना सभी चाहते है, परन्तु हर किसी की यह चाहत पूरी नही होती। आपकी शिक्षा का स्तर जितना ऊँचा होगा, अच्छी सैलरी पर जॉब पाने के अवसर उतने अधिक होंगें। BA की डिग्री प्राप्त करना इसका प्रमाण है, कि आप एक शिक्षित व्यक्ति है।

4. भारत में अधिकांश कॉलेज और यूनिवर्सिटी में BA कोर्स ऑफर किया जाता है, और आप बड़े ही आसानी से इसमें एडमिशन ले सकते है।

5. BA की पढ़ाई अन्य ग्रेजुएशन कोर्स के मुकाबले आसान है, और इसे करने में खर्चा भी काफी कम आता है।

6. एक बैचलर डिग्री होने पर, आपके पास जॉब पाने के अवसर उनसे अधिक होंगे, जिनके पास यह नही है।

बैचलर ऑफ आर्ट्स (BA) में एडमिशन प्राप्त करने की प्रकिया

देश के अधिकांश कॉलेजों में एडमिशन मैरिट के आधार पर किया जाता है। इसके अंतर्गत कॉलेज द्वारा cut-off लिस्ट तैयार की जाती है, जिसमें कैंडिडेट के 12th स्टैंडर्ड में आये अंकों के आधार पर उसे प्रवेश मिलता है। हालांकि ऐसा देखा गया है, कि BA में एडमिशन ले रहे कैंडिडेट को कम प्रतिशत अंकों के साथ भी प्रवेश मिल जाता है।

देश के कुछ टॉप कॉलेज इसके लिए एंट्रेन्स एग्जाम भी करवाते है। हालांकि कैंडिडेट को उस कॉलेज की प्रवेश प्रकिया के बारे में पता करना चाहिए, जिसमें वह एडमिशन लेने जा रहे है। आवेदन के लिए कैंडिडेट को सबसे पहले एक एप्लीकेशन फॉर्म लेकर भरना होता है; साथ ही कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट भी जमा करने होते है। यह काम कॉलेज की वेबसाइट से भी किया जा सकता है।

इसके बाद कॉलेज द्वारा मैरिट लिस्ट तैयार की जाती है। जिसमें कैंडिडेट का नाम आ जाने पर वह कोर्स फीस भरकर अपनी पढ़ाई शुरू कर सकता है। हालांकि कई कॉलेज सीधे प्रवेश की सुविधा भी देते है। BA में प्रवेश प्राप्त करने के लिए कैंडिडेट के पास क्या योग्यता होनी चाहिए ― यह विभिन्न कॉलेजों पर निर्भर करता है। नीचे कुछ प्रमुख मानदंड दिए गए है, जिसके आधार पर अधिकांश कॉलेज एक कैंडिडेट को BA में एडमिशन लेने के योग्य मानते है।

बैचलर ऑफ आर्ट्स में एडमिशन के लिए निम्नलिखित योग्यता (Qualifications) होनी चाहिए:

  • कैंडिडेट ने देश के किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं की पढ़ाई पूरी की होनी चाहिए।
  • 12वीं में कैंडिडेट के न्यूनतम अंक 40-50% होने चाहिए।
  • सरकारी नियमों के अनुसार कॉलेज SC/ST कैटेगरी के कैंडिडेट को अंकों में 5% की छूट भी देते है।

बैचलर ऑफ आर्ट्स कोर्स की फीस

देश मे मौजूद अधिकांश कॉलेज और यूनिवर्सिटी BA कोर्स ऑफर करती है। इनमें सरकारी कॉलेज की फीस आमतौर पर प्राइवेट कॉलेजों के मुकाबले काफी कम होती है। BA कोर्स की औसतन फीस 3000 से 50,000 रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है। ये सामान्य बात है, कि विभिन्न कॉलेजों की फीस में आपको फर्क देखने को मिलेगा। इसके अलावा फीस अलग-अलग स्पेशलाइजेशन के साथ भी बदलती है।

BA कोर्स करने के बाद करियर और जॉब

बैचलर ऑफ आर्ट्स कोर्स के लिये आवेदन कर रहे अधिकांश छात्रों के पास यह सवाल होता है, कि BA की डिग्री प्राप्त करने के बाद क्या उन्हें एक अच्छी जॉब मिल पाएगी? क्या वे आर्ट्स में ग्रेजुएशन करने के बाद अपने लिए बेहतर करियर की उम्मीद कर सकते है? अगर आर्ट्स डिग्री की तुलना हम साइंस, इंजीनियरिंग यहां तक कि कॉमर्स डिग्री से करे, तो ये जरूर कहा जा सकता है, कि वहाँ करियर के ज्यादा अच्छे विकल्प है।

लेकिन ऐसा बिल्कुल नही कह सकते, कि आर्ट्स डिग्री की कोई मान्यता नही रह गयी। बल्कि कई ऐसे क्षेत्र है, जहां BA कोर्स पूरा करने के तुरंत बाद आप जॉब पा सकते है। इसके अलावा BA ग्रेजुएट के पास उच्च-शिक्षा प्राप्त करने के भी कई सारे विकल्प मौजूद होते है। कई ऐसे कोर्स है, जिन्हें अगर बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त करने के बाद किया जाए, तो एक अच्छी जॉब पाने के अवसर बहुत बढ़ जाते है।

बीए के बाद बेस्ट जॉब ओरिएंटेड कोर्स:

Master of Arts (MA)
Bachelor of Education (BEd)
Master of Business Administration (MBA)
Master of Fine Arts (MFA)
Master of Journalism and Mass Communication (MJMC)
Master of Social Work (MSW)
PG Diploma Courses
Law Degree (LLB)
Hotel Management
Digital Marketing
Goverment Exams
Etc.

ग्रेजुएशन के बाद आर्ट्स स्टूडेंट्स के लिए प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स:

Government Jobs
Teacher
Advertiser
Content Writer
Journalist
Historian
Economist
Archaeologist
Psychologist
Social Worker
Bank PO/SO
Clerk
Marketing Manager
Public Administration
Executive Assistant
BPO Services
Customer Care Executive
Civil Servant
Office Assistant
Indian Army
Author
Etc.

भारत में BA ग्रेजुएट का सैलरी पैकेज

एक BA ग्रेजुएट की क्या सैलरी होगी यह कई बातों पर निर्भर करता है। जैसे वह किस सेक्टर में काम कर रहा है, उसकी जॉब प्रोफाइल क्या है, साथ ही जैसे-जैसे काम में उसका अनुभव बढ़ता जाएगा सैलरी में भी इजाफा होगा। हालांकि एक बैचलर ऑफ आर्ट्स ग्रेजुएट का शुरुवाती सैलरी पैकेज 15,000 से 30,000 रुपये प्रति माह तक हो सकता है। इसके अलावा कुछ ऐसी जॉब भी है, जो सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में अधिक सैलरी पैकेज प्रदान करती है।

BA क्या होता है: संक्षेप में

बैचलर ऑफ आर्ट्स अथवा BA आमतौर पर 3 साल का अंडर-ग्रेजुएट कोर्स होता है। कोर्स के अंतर्गत कैंडिडेट को तीन अनिवार्य और कुछ वैकल्पिक सब्जेक्ट पढ़ने होते है। इसके अलावा कैंडिडेट BA कोर्स विभिन्न स्पेशलाइजेशन में भी कर सकते है। इसमें एडमिशन आमतौर पर मैरिट के आधार पर होता है, कुछ बेस्ट कॉलेज प्रवेश के लिए एंट्रेन्स एग्जाम भी करवाते है। अगर कैंडिडेट ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12th स्टैंडर्ड पास किया है, तो वह बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त करने के योग्य है।

तो उम्मीद करते है, पोस्ट “BA क्या है, BA Course कैसे करें?” को पढ़कर इस ग्रेजुएशन कोर्स से सम्बंधित सभी सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे। अगर फिर भी किसी तरह का कोई सुझाव या सवाल आपके पास हो, तो कृपया कमेंट के माध्यम से हमे बताये। अंत में पोस्ट ज्ञानवर्धक लगी हो तो कृपया इसे Social Media पर Share जरूर करे, ताकि आपके माध्यम से अन्य लोगों तक यह जानकारी पहुंच पाए।

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